1. सामग्री
  2. इस्लामी युद्ध-नियम व संधि की हैसियत
  3. ज़ख़्मी पर हमला न किया जाए

ज़ख़्मी पर हमला न किया जाए

‘‘किसी ज़ख़्मी पर हमला न करो।’’ अभिप्राय है वह ज़ख़्मी जो लड़ने के क़ाबिल न रहा हो, न अमली तौर पर लड़ रहा हो।

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