नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर सलामःनबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के स्वर्गवास के बाद आप पर सलाम पढ़ने के लिए यही शब्द मसनून हैं और यही इब्ने मसऊद, आइशा और इब्ने ज़ुबैर रज़ियल्लाहु अन्हुम के तशह्हुद से साबित है, और जो अतिरिक्त विस्तार चाहता है वह मेरी किताब "सिफतो सलातिन्नबी", पेज न0 161, मुद्रण मकतबतुल मआरिफ रियाज़, का अध्ययन करे। 145- और इस के बाद अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर दुरूद भेजे, जिसके शब्द इस प्रकार हैं - "अल्लाहुम्मा सल्ले अला मुहम्मद, व अला आले मुहम्मद, कमा सल्लैता अला इब्राहीमा व अला आले इब्राहीम, इन्नका हमीदुन मजीद, अल्लाहुम्मा बारिक अला मुहम्मद, व अला आले मुहम्मद, कमा बारक्ता अला इब्राहीमा व अला आले इब्राहीम, इन्नका हमीदुन मजीद" 146- और अगर आप संक्षेप में चाहते हैं तो यह दुरूद पढ़ें - "अल्लाहुम्मा सल्ले अला मुहम्मद, व अला आले मुहम्मद, व बारिक अला मुहम्मद, व अला आले मुहम्मद, कमा सल्लैता व बारक्ता अला इब्राहीम, व अला आले इब्राहीम, इन्नका हमीदुन मजीद" 147- फिर इस तशह्हुद में, वर्णित दुआओं में से जो दुआ उसे सब से अच्छी लगे उसे चयन करके उस के द्वारा अल्लाह तआला से दुआ करे।