अरकान को बराबर करने का बयानः
78- सुन्नत का तरीक़ा यह है कि नमाज़ी सभी अरकान के बीच लम्बाई में बराबरी करे, चुनाँचे अपने रुकू, रुकू के बाद अपने क़ियाम, तथा अपने सज्दे और दोनों सज्दों के बीच बैठक को तक़रीबन बराबर रखे।
79- तथा रुकू और सज्दा में कुर्आन की तिलावत करना जाइज़ नहीं है।