तर्जुमा: ह़ज़रत जाबिर बिन अ़ब्दुल्लह रद़ियल्लाहु अ़न्हुमा बयान करते हैं कि नबी ए करीम सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "इस लिए ज्ञान प्राप्त न करो कि इसकी वजह से तुम उ़लमा (विद्वानों) पर गर्व करो। न ही इस लिए कि जाहिलों (बेवकूफ़ों) से झगड़ा करो और ना ही इसलिए कि इसके जरिए मजलिसों (सभाओं) में बरतरी तलाश करो। तो जिसने ऐसा किया तो उसके लिए आग ही आग है।"