तर्जुमा: ह़ज़रत अ़त़ा बिन अबी मुस्लिम अ़ब्दुल्लह ख़ुरासानी रद़ियल्लाहु अ़न्हु बयान करते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: "एक दूसरे से मुसाफा करो (यानी हाथ मिलाओ) नफरत दूर होगी। और एक दूसरे को उपहार दो आपस में प्यार बढ़ेगा और दुश्मनी दूर होगी।"