इस्लाम को आए काफ़ी समय बीत चुका है जिसके कारण कुछ लोग उलझन में हैँ कि गै़र-मुस्लिमों के साथ कैसा व्य्वहार करना चाहिए जिसके कारण अब यह स्पष्ट करना महत्वपूर्ण हो गया है। और यह स्पष्टीकरण (व्याख्या) हम अल्लाह तआ़ला द्वारा पवित्र पैगंबर सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम को कुरआन में दिए गए निर्देशों , पवित्र पैगंबर की जीवनी, उनके साथियों के पवित्र जीवन और पूर्वजों के निर्देशों के प्रकाश में करेंगे, ताकि गैर-मुस्लिमों के साथ व्यवहार करने के बारे में शरीयत के नियम स्पष्ट हो जाएं।