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क्या पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का इंजील में उल्लेख हुआ है -2
दूसरा : यूहन्ना की इंजील 16:7.8, 12-13 में आया है कि : “तुम्हारे लिए भला है कि मैं चला जाऊँ, क्योंकि यदि मैं न जाऊँ तो सहायक (फारक़लीतद्ध) तुम्हारे पास नहीं आयेगा। किन्तु यदि मैं चला जाता हूँ तो मैं उसे तुम्हारे लिए भेज दूँगा। और जब वह आये गा तो पाप …. के विषय में जगत के संदेह दूर करेगा।
मुझे अभी तुम से बहुत सी बातें करनी हैं किन्तु तुम अभी उन्हें सह नहीं सकते। किन्तु जब सत्य का आत्मा आयेगा तो वह तुम्हें पूर्ण सत्य की राह दिखाये गा; क्योंकि वह अपनी ओर से कुछ नहीं कहेगा। वह जो कुछ सुने गा वही बताये गा। और जो कुछ होने वाला है उसे प्रकट करेगा।“
यह कथन पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के अलावा किसी और पर लागू नहीं होता है।
तीसरा : इब्ने क़ैयिम रहिमहुल्लाह कहते हैं : “तौरात की पाँचवी किताब (व्यवस्था विवरण 33:2) में वर्णन हुआ है: “परमेश्वर (यहोवा) सीनै से आया, यहोवा सेईर पर प्रात: कालीन प्रकाश सा था। वह पारान पर्वत से ज्योतित-प्रकाश सम थ। यहोवा दस सहस्त्र (हज़ार) पवित्र लोगों के साथ आया। उसकी दायीं ओर बलिष्ठ सैनिक थे।“
इस में तीन नुबुव्वतों (ईश्दूतत्वों) का उल्लेख किया गया है : मूसा की नुबुव्वत (ईश्दूतत्व), ईसा की नुबुव्वत, और मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की नुबुव्वत। चुनाँचि उसका सीनै से आना : जो कि वह पहाड़ है जिस पर अल्लाह तआला ने मूसा अलैहिस्सलाम से बात चीत किया, और उसका उस पर प्रकट होना आप की नुबुव्वत की खबर देना है, और सेईर से उसका प्रकट होना बैतुल मक्दिस से मसीह अलैहिस्सलाम के उदय को दर्शाता है। “सेईर” आज भी वहाँ एक प्रसिद्ध गाँव है, और यह मसीह (यीशु) के ईश्दूतत्व की शुभ सूचना है।
तथा “पारान” मक्का को दर्शाता है। अल्लाह सुब्हानहु व तआला ने मूसा अलैहिस्सलाम के ईश्दूतत्व को सुबह के उदय होने के समान, और उसके बाद ईसा मसीह अलैहिस्सलाम की नुबुव्वत को सुबह के चमकने और रौशन होने के समानए और अंतिम ईश्दूत (मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के ईश्दूतत्व को सूरज के बुलन्द होने और चारों तरफ उसकी रौशनी के फैलने के समान क़रार दिया है , और यह बिल्कुल उसी तरह घटित हुआ जिस तरह कि सूचना दी गई थी। चुनाँचि अल्लाह सुब्हानहु व तआला ने मूसा अलैहिस्सलाम की नुबुव्वत के द्वारा कुफ्र की रात को फाड़ दिया और उसके प्रभात को उनकी नुबुव्वत से रौशन कर दिया, औ मसीह अलैहिस्सलाम की नुबुव्वत से वह रौशनी और चमक बढ़ गई, और फिर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की नुबुव्वत से वह रौशनी परिपूर्ण हो गई और पूरी धरती उस से जगमगा उठी।