1. सामग्री
  2. इस्लामी युद्ध-नियम व संधि की हैसियत
  3. दुश्मन की लाशें उसके हवाले करना

दुश्मन की लाशें उसके हवाले करना

अहज़ाब की जंग में दुश्मन का एक बड़ा मशहूर घुड़सवार मरकर खाई में गिर गया। काफ़िरों ने अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के सामने दस हज़ार दीनार पेश किए कि उसकी लाश हमें दे दीजिए। आप (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमाया कि मैं मुर्दे बेचने वाला नहीं हूं। तुम ले जाओ अपने आदमी की लाश।

Previous article Next article
पैगंबर हज़रत मुहम्मद के समर्थन की वेबसाइटIt's a beautiful day