1. सामग्री
  2. एकेश्वरवाद का मानव-जीवन पर प्रभाव
  3. सच्चाई

सच्चाई

 

एकेश्वरवाद को मानकर इन्सान सच्चाई को पसन्द करने वाला (Truth-loving Person) बन जाता है। वह हमेशा सच बोलता है, क्योंकि उसका अल्लाह सच्चाई को पसन्द करता है। सच्चा इन्सान सही बात कहता है, चाहे वह उसके अपने मां-बाप के ख़िलाफ़ ही क्यों न हो। सच्चाई इन्सान को उसूली या सिद्धांतप्रिय इन्सान (Man of Principle) बनाती है। इस तरह व्यक्ति और फिर समाज कपटाचार या मुनाफ़िक़त (Hypocracy/Double Standard) से मुक्त हो जाता है।

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पैगंबर हज़रत मुहम्मद के समर्थन की वेबसाइटIt's a beautiful day