सामग्री
मुक़तदी का सूरतुल फातिह़ा पढ़ना
सूरतुल फातिहा के बाद की क़िराअत
हर रक़अत में सूरतुल फातिह़ा पढ़ना
क़िराअत को बुलन्द और धीमी आवाज़ में करने का &
कुर्आन को तर्तील से (अर्थात ठहर ठहर कर) पढ़ना
इमाम को ग़लती पर सावधान करना (लुक़्मा देना)
छठाः रुकूअ़ का बयान
रुकू का तरीक़ा
अरकान को बराबर करने का बयान
रुकू से सीधा होना
सातवाँ : सज्दे का बयान
अपने दोनों हाथों के सहारे सज्दे में गिरना
सज्दे में इतमिनान
दोनों सज्दों के बीच बैठने का तरीक़ा एंव इक़
दूसरा सज्दा
‹ First
<
4
5
6
7
8
9
10
11
12
>
Last ›