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(31) इक्कतीसवीं वसियत: बुराइयों से युक्त वलीमों (दावतों) में न जाए
जिन वलीमों व दावतों में बुराइयां या शरिअ़त के खिलाफ चीज़ें पाई जाती हों उनमें से मुस्लिम लोट आना चाहिए। अतः ह़ज़रत अ़ली इब्ने अबु त़ालिब -रद़ीयल्लाहु अ़न्हु - से वर्णित है वह कहते हैं : मैंने खाना बनाया और अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम को दावत में बुलाया। तो आप सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने मेरे घर में तस्वीरें देखीं तो वापस हो गए। ह़ज़रत अ़ली कहते हैं कि मैंने कहा : ऐ अल्लाह के रसूल! मेरे मां बाप आप पर कुर्बान जाएं, आप क्यों वापस हो गए? तो आप सल्लल्लाहु अ़लैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया : " घर में एक पर्दा था जिसमें तस्वीरें बनी हुई हैं। और जिस घर में तस्वीरें होती हैं उसमें फरिश्ते नहीं आते हैं। "