1. सामग्री
  2. पैगंबर मुहम्मद की नमाज़ का विवरण
  3. इमाम को ग़लती पर सावधान करना (लुक़्मा देना)

इमाम को ग़लती पर सावधान करना (लुक़्मा देना)

इमाम को ग़लती पर सावधान करना (लुक़्मा देना)

68- अगर इमाम कुरआन की क़िराअत करते हुए अटक जाये तो मुक़तदी के लिए उसको लुक़्मा देना (सुझाव देना) मसनून है।

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