पैगंबर (सल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम) की वसीयतें
अल्लाह तआला ने फरमाया: "और जान लो कि तुम्हारे बीच रसूलुल्लाह मौजूद हैं" (क़ुरआन 49:7)
रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) की दावत सिर्फ़ उनके परिवार, सहाबा, क़ौम या कबीले तक सीमित नहीं रही। बल्कि हमारे प्यारे नबी मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने इस दुनिया से रुखसत होने से पहले अपनी उम्मत के लिए रास्ता साफ़ कर दिया था। उन्होंने अपनी उम्मत को कुछ वसीयतें की थीं, जिन्हें हम यहाँ अल्लाह की मर्ज़ी से पेश कर रहे हैं, ताकि अपने अज़ीज़ों को इनकी याद दिला सकें... जब तक कि हम उनसे उनके मुबारक हौज़ (हौज़-ए-कौसर) पर मुलाकात न कर लें, सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम।