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फोटो एल्बम
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(7) तुममे से कोई भी मौत की आरज़ू व तमन्ना न करे।
ह़ज़रत अनस (अल्लाह उनसे राज़ी हो )से रिवायत है वह कहते हैं कि अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम) ने फरमाया: "तुममे से कोई भी आदमी तकलीफ़ या मुसीबत की वजह से मौत की आरज़ू व तमन्ना न करे। और अगर उसके बिना चारा न हो तो यूं कहना चाहिये: ऐ अल्लाह! मुझे उस समय तक ज़िन्दा रख जब तक मेरे ज़िन्दा र ... अन्य
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(6) तुम में से जो कोई विवाह करने की क्षमता (ताकत) रखता हो उसे विवाह कर लेना चाहिए।
ह़ज़रत अ़ब्दुल्लाह इब्ने मसऊ़द (अल्लाह उनसे राज़ी हो) से रिवायत है वह कहते हैं :अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम) ने फरमाया: "ऐ नव-युवकों (नौजवानो) के समू! तुम में से जो कोई विवाह करने की क्षमता (ताकत) रखता हो उसे विवाह कर लेना चाहिए क्योंकि इसके द्वारा आँखें नीची रहती हैं और गुप्तांग की स ... अन्य
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(5) जो व्यक्ति अल्लाह और आखिरत के दिन पर ईमान और विश्वास रखता हो, वह अपने पड़ोसी को कष्ट (तकलीफ व दुख) न पहुंचाए।
हज़रत अबू हुरैरा (अल्लाह उन से प्रसन्न हो) से रिवायत है वह कहत हैं: अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम) ने फरमाया: "जो व्यक्ति अल्लाह और आखिरत के दिन पर ईमान और विश्वास रखता है, वह अपने पड़ोसी को कष्ट (तकलीफ व दुख) न पहुंचाए।, और जो व्यक्ति अल्लाह और आखिरत के दिन पर विश्वास रखता है तो उ ... अन्य
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(4) पांच (चीजों) को पांच से पहले ग़नीमत जानो।
ह़ज़रत इब्ने अ़ब्बास (अल्लाह उनसे राज़ी हो) से रिवायत है वह कहते हैं:"अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम) ने एक व्यक्ति को नसीहत करते हुए फरमाया: पांच (चीजों) को पांच से पहले ग़नीमत जानो: बुढ़ापे से पहले जवानी को, बिमारी से पहले तंदुरुस्ती को, फ़क़ीरी से पहले अमीरी को, मसरूफियत से पहले फ ... अन्य
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( 3) अल्लाह (के आदेशों) की सुरक्षा कर अल्लाह तेरी सुरक्षा करेगा।
हज़रत अ़ब्दुल्लाह इब्ने अ़ब्बास (अल्लाह उनसे राज़ी हो) से रिवायत है वह कहते हैं:"में एक दिन अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम) के पीछे (सवारी पर) था, तो आप (सल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम) ने फरमाया:ऐ लड़के! में तुझे कुछ शब्द सिखाता हूँ: अल्लाह (के आदेशों) की सुरक्षा कर अल्लाह तेरी सुरक्षा करेगा, ... अन्य
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(2)कमज़ोर मोमिन की तुलना में शक्तिशाली (ताक़तवर) मोमिन अधिक अच्छा और अल्लाह को अधिक प्यारा है।
हज़रत अबू हुरैरा (अल्लाह उन से प्रसन्न हो) से रिवायत है वह कहते हैं:अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम) ने फरमाया: कमज़ोर मोमिन की तुलना में शक्तिशाली (ताक़तवर) मोमिन अधिक अच्छा और अल्लाह को अधिक प्यारा है। और हर एक में अच्छाई है, और जो चीज़ तुम्हें लाभ दे उसके लालची बनो, और अल्लाह से सहायता ... अन्य
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(1) कहो:"मैं अल्लाह पर ईमान लाया।, फिर ईसी पर क़ायम रहो।"
हज़रत सु़फ्यान बिन अ़ब्दुल्लाह (अल्लाह उन से राज़ी हो) से रिवायत है वह कहते हैं कि मैंने कहा: ऐ अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम) मुझे इस्लाम में कोई ऐसी बात बताएं कि आपके अलावा उसके बारे में फिर किसी से न पूछूँ। तो अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम)ने फरमाया: कहो: "मैं अल्लाह पर ईम ... अन्य
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(135) बुरे गुमान (या बुरी सोच व शक) से बचो।
عَنْ أَبِي هُرَيْرَةَ – رَضِيَ اللَّهُ عَنْهُ – أَنَّ رَسُولُ اللَّهِ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ قَالَ: "إِيَّاكُمْ وَالظَّنَّ؛ فَإِنَّ الظَّنَّ أَكْذَبُ الْحَدِيثِ، وَلَا تَحَسَّسُوا، وَلَا تَجَسَّسُوا، وَلَا تَبَاغَضُوا، وَلَا تَدَابَرُوا، وَكُونُوا عِبَادَ اللَّهِ إِخْوَانًا". तर्जुमा: ह़ ... अन्य
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(134) ए महिलाओं के समूह! सदका़ (दान) दो भले ही अपने गहनों में से दो।
عَنْ زَيْنَبَ امْرَأَةِ عَبْدِ اللَّهِ – رَضِيَ اللَّهُ عَنْهَا– قَالَتْ: قَالَ رَسُولُ اللَّهِ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ "تَصَدَّقْنَ يَا مَعْشَرَ النِّسَاءِ وَلَوْ مِنْ حُلِيِّكُنَّ" قَالَتْ: فَرَجَعْتُ إِلَى عَبْدِ اللَّهِ فَقُلْتُ: إِنَّكَ رَجُلٌ خَفِيفُ ذَاتِ الْيَدِ، وَإِنَّ رَسُ ... अन्य
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(133) कोई भी व्यक्ति किसी भी अजनबी औरत के साथ उसके महरम (वह करीबी व्यक्ति जिससे उसका विवाह जायज़ न हो।) के बगैर हरगिज तन्हाई इख्तियार न करे।
عَنْ ابْنَ عَبَّاسٍ – رَضِيَ اللَّهُ عَنْهُ – عَنْ النَّبِيَّ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ قَالَ "لَا يَخْلُوَنَّ رَجُلٌ بِامْرَأَةٍ إِلَّا وَمَعَهَا ذُو مَحْرَمٍ، وَلَا تُسَافِرْ الْمَرْأَةُ إِلَّا مَعَ ذِي مَحْرَمٍ، فَقَامَ رَجُلٌ فَقَالَ يَا رَسُولَ اللَّهِ! إِنَّ امْرَأَتِي خَرَجَتْ حَاجَّة ... अन्य
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(132) औरतों में जाने से बचो।
عَنْ عُقْبَةَ بْنِ عَامِرٍ– رَضِيَ اللَّهُ عَنْهُ – أَنَّ رَسُولَ اللَّهِ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ قَالَ: "إِيَّاكُمْ وَالدُّخُولَ عَلَى النِّسَاءِ" فَقَالَ رَجُلٌ مِنْ الْأَنْصَارِ: يَا رَسُولَ اللَّهِ! أَفَرَأَيْتَ الْحَمْوَ قَالَ الْحَمْوُ الْمَوْتُ". तर्जुमा: ह़ज़रत उ़क़बा बिन आ़मिर रद ... अन्य
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(131) ऐ अल्लाह! मैं तुझसे इसकी भलाई और वह भलाई मांगता हूँ जिस पर तू ने इसे पैदा किया है।
عَنْ عَمْرِو بْنِ شُعَيْبٍ عَنْ أَبِيهِ عَنْ جَدِّهِ أَنَّ النَّبِيِّ صَلَّى اللَّهُ عَلَيْهِ وَسَلَّمَ قَالَ: "إِذَا تَزَوَّجَ أَحَدُكُمْ امْرَأَةً، أَوْ اشْتَرَى خَادِمًا، فَلْيَقُلْ: اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْأَلُكَ خَيْرَهَا وَخَيْرَ مَا جَبَلْتَهَا عَلَيْهِ، وَأَعُوذُ بِكَ مِنْ شَرِّهَا وَشَرِّ م ... अन्य